नई दिल्ली।
फ्रांस के लड़ाकू विमान राफेल की आलोचना कर रहे लोगों को आईबीएन7 पर देश
के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने करारा जवाब दिया है। पर्रिकर ने आईबीएन7
से एक्सक्लूसिव बातचीत में साफ कहा कि ये विमान वायुसेना की जरूरत है।
राफेल बेहतरीन क्षमता वाला विमान है और उसपर सवाल उठाना पूरी तरह से बेमानी
है।
पर्रिकर
ने राफेल को लेकर की जा रही आलोचनाओं का जवाब भी दिया और साफ कहा कि ये
कहना गलत होगा कि राफेल विमान वायुसेना में इस वक्त मिग-21 विमानों का
विकल्प है। पर्रिकर ने राफेल विमानों का विरोध कर रहे बीजेपी नेता
सुब्रह्मण्यम स्वामी को समझाने की बात भी कही।
उन्होंने
साफ कहा कि वो स्वामी से मिलेंगे और उन्हें समझाएंगे। गौरतलब है कि स्वामी
ने इस सौदे के खिलाफ अदालत में जाने की धमकी दी थी। रक्षा मंत्री ने ये भी
बताया कि मिग-21 की जगह देश में ही बन रहे हल्के विमान तेजस तैनात होंगे।
सुमित अवस्थी: 36 राफेल विमानों पर तो बात हो गई है लेकिन बाकी 90 विमानों के मुद्दे पर क्या बात हो रही है?
मनोहर पर्रिकर:
मेक इन इंडिया पर दोनों सरकारों के साथ बात होने के बाद ही होगी। राफेल
काफी महंगा विमान है। 126 विमानों के लिए 90 हजार करोड का सौदा होगा। सरकार
से सरकार स्तर पर बात के बाद मेक इन इंडिया पर बात होगी। राफेल से मिग-21
रिप्लेस नहीं होगा, बाकी 90 विमानों पर हम चर्चा करेगें। तेजस से मिग-21
रिप्लेस होगा। 36 प्लेन खरीदने का निर्णय इन प्रिसिंपल हुआ है। दोनों देशों
की टीमें बैठकर निर्णय लेगी कि कितने राफेल बनाने हैं। मिग 21 की जगह
हल्का विमान तेजस लेगा।
सुमित अवस्थी: क्या ये सच है कि पिछले 10 सालों में दुनिया भर के रक्षा मंत्रालयों के मुकाबले हम पीछे छूट गए?
मनोहर पर्रिकर:
मुझे किसी पर कीचढ़ फेंकने की आदत नहीं है, आरएफपी मॉडल से डील करना ही
गलत है। पिछले दस सालों में किसी का किसी पर भरोसा नहीं रहा। एक रैंक, एक
पेंशन का मुद्दा समाधान की ओर है। लेकिन कोर्ट के अंतरिम आदेश के कारण मुझे
फैसला देखना होगा। अधिकतम 1 साल में हम एक रैंक, एक पेंशन को लागू कर
सकेगें।
सुमित अवस्थी: राफेल सौदे को लेकर सुबह्यण्यम स्वामी कोर्ट जाने की बात कर रहे हैं?
मनोहर पर्रिकर:
मैं सुबह्यण्यम स्वामी का सम्मान करता हूं। लेकिन मैं उन्हें एक दिन
समझाने के लिए बुलाउंगा। उनका निर्णय इंस्टेट न्यूज पर आधारित हो सकता है।
सुमित अवस्थी: दिग्विजय सिंह के आरोपो पर क्या कहेंगे?
मनोहर पर्रिकर: हमारी डील क्लियर स्टेटमेंट पर है। हम आरएफपी से कम प्राइस पर बात करेगें। दोनों सरकारों के बीच सौदा क्या पहली बार हो रहा है।